देवघरः
बाबा की भक्ति में बड़ी शक्ति है… तभी तो बाबा को खुश करने के लिए उनके भक्त अलग-अलग अंदाज में बाबा के दरबार पहुंचते हैं.
ऐसा ही शिव का अनोखा भक्त रंजन कुमार मिश्र बुधवार को बाबाधाम पहुंचा. इस भक्त को देख सभी आश्चर्यचकित थे. शायद लोगों ने पहला ऐसा भक्त देखा था जो उल्टा पांव चलकर बाबाधाम पहुंच रहा था. वो भी एक-दो दिन से नहीं बल्कि पिछले 87 दिनों से उलटे पांव ही चल रहा.
उत्तरप्रदेश के कानपुर का रहने वाले रंजन कुमार मिश्र ने 10 अप्रैल को गौमुख गंगोत्री से जल उठाया था, सिर्फ और सिर्फ जनकल्याण और लोगों में भक्ति की भावना जगाने की कामना लेकर उल्टे पांव पैदल यात्रा कर बाबाधाम पहुंचा. रंजन की इस यात्रा को सफल बनाने के लिए स्थानीय लोग भी सहयोग करते दिखे. कोई साथ-साथ सड़क पर चलता दिखा तो कोई पानी और मिठा खिलाता दिखा. कोई घर के बाहर रास्ते में रोक पांव धोता दिखा तो कोई पूरे रास्ते कंकड़ हटाता. रंजन बाबा का जलार्पण बेहतर तरीके से कर लें और किसी तरह की असुविधा न हो उसके लिए पुलिस प्रशासन भी सहयोग कर रही थी.
भक्त रंजन कुमार मिश्र ने बताया कि बाबा की भक्ति में बड़ी शक्ति है. जनकल्याण की कामना लिये यह बाबाधाम इस तरह चलकर आये हैं. बाबा को खुश करने के लिए उल्टे पांव पैदल चलने का फैसला इन्होंने लिया है. बाबाधाम में बाबा का दर्शन करने के बाद इन्हें उल्टे पांव ही रामेश्वरम् तक की यात्रा करनी है.
रंजन ने बताया कि 17 जुन 2013 को केदारनाथ में आये त्रासदी में वह अपने पूरे परिवार को खो चुके हैं. उस वक्त भी वह कांवर उठाये हुए ही थे. लेकिन उनकी आस्था कभी कमज़ोर नहीं हुई. साथ ही 10 अगस्त 2015 को श्रावणी मेला के दौरान बाबाधाम में हुए हादसे के गवाह भी रह चुके हैं. जिसमें वह भी चोटिल हो गये थे.