देवघरः
श्रावणी मेला 2017 के सफल संचालन व बेहतर समन्वय के लिए बिहार-झारखंड के पदाधिकारियों ने गहन विचार-विमर्श किया. इस साल श्रावणी मेला के दौरान बिहार और झारखंड दोनों राज्यों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित कर मेला का सफल संचालन किया जायेगा.
मुंगेर के आयुक्त नवीन झा ने बताया कि गत वर्श भी समन्वय बहुत अच्छा था. जिसे इस वर्ष भी जारी रखने पर सहमति बनी. बांका और देवघर जिला प्रशासन अधिक सम्पर्क में रहेंगें. इस वर्श बांका जिले में कई प्वाईंट को चिन्हित किया गया है जहां पर भीड़ को रोका जा सके और कांवरियों को देवघर की स्थिति के बारे में बताया जा सके. देवघर की सारी व्यवस्था का होडिंग बांका, जमुई, भागलपुर और मुंगेर के रास्ते में लगाया जाएगा. ताकि देवघर जिला प्रशासन जो काम कर रही है उसकी सारी जानकारी कांवरियों को मिल सके. साथ ही आॅफिसर्स का एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया जा रहा है, जिसमें सभी अधिकारियों को जोड़ा जाएगा और बांका और झारखंड के बाॅर्डर पर वायरलेस के फ्रिक्वेंसी को बढ़ाकर काफी डेवलप किया जा रहा है ताकि दोनों जिला बिलकुल सम्पर्क में रहें.
इस वर्ष डाक कांवरियों के लिए कोई विषेश व्यवस्था नहीं रहेगी. सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहेंगें पुलिस फोर्स और महिला पुलिस को पूरे कांवरिया पथ पर लगाया जाएगा. अन्य पुलिस बल भी तैनात रहेंगें. स्वयं सेवी संस्थाओं से वोलेंटियर्स को भी लगाया जा रहा है. यह प्रयास रहेगा कि ज्यादा भीड़ एक साथ देवघर नहीं आये. बांका जिला प्रशासन द्वारा दस ऐसे प्वाईंट बनाये गये हैं, जहां पर सांस्कृतिक कार्यक्रम कर कांवरियों को रोकने का काम किया जाएगा.
देवघर परिषदन में आयोजित इंटर स्टेट बैठक में संतालपरगना, भागलपुर और मुंगेर के आयुक्त और डीआईजी उपस्थित थे. साथ ही देवघर, दुमका, बांका, भागलपुर, मुंगेर और जमुई के वरीय पुलिस-प्रशासन के पदाधिकारी भी मौजूद थे.