देवघर/मारगोमुंडा:
देवघर जिले को साल 2017 के अंत तक बाह्य शौच से मुक्त करने का लक्ष्य जिला प्रशासन ने रखा है. लक्ष्य को पूरा करने में प्रशासन ने एक और कदम आगे बढ़ाया है.
जिले का मारगोमुंडा प्रखंड ओडीएफ यानि बाह्य शौच से मुक्त घोषित कर दिया गया है. मारगोमुंडा देवघर जिले का दूसरा ऐसा प्रखंड बन गया है जिसने स्वच्छ भारत मिशन को सफल बनाने में अपनी भागीदारी बखुबी निभायी है. मारगोमुंडा से पहले सोनारायठाढ़ी प्रखंड जिले का पहला ओडीएफ प्रखंड घोषित किया जा चुका है.
स्वच्छ भारत मिशन के तहत हर घर में शौचालय का निर्माण कराया जा रहा है, हर गली-मोहल्ले को खुले शौच से मुक्त कराया जा रहा है. इसी कड़ी में देवघर का दो प्रखंड सोनारायठाढ़ी और मारगोमुंडा ओडीएफ प्रखंड का दर्जा दिया गया.
मारगोमुंडा प्रखंड को ओडीएफ का दर्जा देने के लिए भव्य कार्यक्रम ‘गौरवपूर्ण यात्रा सह सम्मान समारोह‘ का आयोजन किया गया. समारोह में जिले के उपायुक्त राहुल कुमार सिंहा, कई पदाधिकारी सहित प्रखंड के पदाधिकारी और जनप्रतिनिधियों ने शिरकत की.
समारोह में पहुंचे देवघर उपायुक्त ने जिले को तेज़ी से ओडीएफ बनाने का श्रेय पूर्व उपायुक्त अरवा राजकमल को दिया है. उन्होंने कहा कि पूर्व उपायुक्त के साथ-साथ मारगोमुंडा बीडीओ, सभी पंचायतों के मुखिया और वार्ड सदस्यों की सकारात्मक प्रयास का नतीजा आज सबके सामने है और मारगोमुंडा पंचायत ओडीएफ बन चुका है. उन्होंने कहा कि जल्द ही पूरे जिले को ओडीएफ बना लिया जायेगा.
कई प्रखंडों को तेज़ी से बाह्य शौच से मुक्त करने की ओर कार्य जारी है. कार्यक्रम के दौरान सैंकड़ों की संख्या में लोगों की भीड़ मौजूद थी.
उपायुक्त ने प्रखंड के लोगों से शौचालय का उपयोग करने और नियमानुसार साफ-सफाई की ध्यान रखने की सलाह भी दी.
इस अवसर पर मारगोमुंडा के कई पंचायतों के मुखिया को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया गया.