देवघर: एक तो कोरोना की मार, दूसरा मानदेय में कटौती और अब सिक्योरिटी मनी जमा करने का दबाव, नहीं तो नौकरी जाने का तनाव और अधिकारीयों की धमकी, जो खुलेआम सरकार और नेताओं से न डरने की बात कहते हैं। जिसका ऑडियो भी आप सुन सकते हैं। इस ऑडियो में खुलेआम सीएम हेमंत सोरेन से भी न डरने की हिम्मत कम्पनी के अधिकारीयों ने दिखाई है। आईये पहले पूरा मामला समझते हैं।
बड़ा अजीब है न, जिस काम के लिए सरकार कम्पनी को दोगुने, तिगुने पैसे दे रही, उसी काम को धुप, छांव, आंधी बारिश में करते युवकों को अपना वाजिब मेहनताना भी नहीं मिल रहा। और मांगने पर मिलती है नौकरी से निकाल देने की धमकी। ये हाल है देवघर जिले के ऊर्जा मित्रों की।
देवघर व जसीडीह के ऊर्जा मित्र इन दिनों न्याय की गुहार लिए हर नेता और अधिकारी के दरवाजे खटखटा रहे। हर जगह से इन्हे आश्वासन तो मिल रहा लेकिन सुनवाई अबतक नहीं हुई है। दरअसल, इनकी समस्या ये है कि बिलिंग कम्पनी द्वारा पहले से ही इन्हे काफी कम मानदेय दिया जा रहा और अब जमानत राशि जमा करने का फरमान जारी कर दिया गया है।
कम्पनी Emdee Digitronics Pvt. Ltd (EDPL) पर ऊर्जा मित्रों द्वारा शोषण का आरोप लगाया गया है। ऊर्जा मित्रों का कहना है कि साल 2017 में झारखंड में उपभोक्ताओं को बिजली मुहैया कराने वाली संस्था जेबीवीएनएल की ओर से ऊर्जा मित्र को देने के लिए प्रति उपभोक्ता 8 रुपये 93 पैसा का टेंडर हुआ लेकिन, बिलिंग एजेंसी वाली कंपनी EDPL द्वारा ऊर्जा मित्र को 4 रुपया 25 पैसा ईपीएफ काटकर प्रति उपभोक्ता के हिसाब से भुगतान किया जाता रहा। लेकिन वर्ष 2021 में दर बढ़कर 13 रुपया 56 पैसा हो जाने के बावजूद भी पुरानी दर से ही ऊर्जा
मित्रों को भुगतान किया जा रहा है। इतना ही नहीं EDPL के अधिकारी ऊर्जा मित्रों पर दबाव बनाकर बतौर जमानत राशि 15,000 रुपये जमा करने को कह रहे। राशि जमा नहीं करने की स्थिति में ऊर्जा मित्र को सेवा से बर्खास्त करने की भी धमकी दी जा रही है।
इसके साथ ही जेबीवीएनएल की ओर से कार्यादेश के अनुसार बिलिंग एजेंसी वाली कंपनी के द्वारा ऊर्जा मित्रों को एन्ड्रायड मोबाइल और बिल प्रिन्टर देना है, लेकिन यहां कम्पनी नहीं देना चाहती है। इसका सबूत ये ऑडियो दे रहा।
दअरसल ये ऑडियो एक कॉल रिकॉर्ड है, जिसमे कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर के द्वारा काम से हटाने की धमकी और किसी बड़े अधिकारी या नेता से ना डरने की बात कही गयी है। बातचीत देवघर बिलिंग एजेंसी के सुपरवाइजर पवन कुमार और EDPL के प्रोजेक्ट मैनेजर हेमेंद्र ठाकुर व रुपेश कुमार के बिच की है। जिसमे पवन ऊर्जा मित्रों की परेशानियों से इन्हें अवगत कराने की कोशिश करता है , जबकि ऑडियो में ये दोनों सरकार तक से न डरने की धमकी देते हैं और ये तक कह रहे कि अपनी शिकायत हेमंत सोरेन से भी कर दो, हमारा कुछ नहीं बिगड़ेगा। पूरी ऑडियो सुनिए …
अब ऊर्जा मित्रों को सरकार से ही आस है कि वो उनका वाजिब हक दिला सकें …..