न्यूयार्क: विदेश दौरे पर गई विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने न्यूयार्क में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि आस्था और अध्यात्म ने लोगों को एकजुट किया है। इस कार्यक्रम का आयोजन भारतीय महावाणिज्य दूतावास ने किया था।
लेखी ने कहा कि भारत ने दुनिया को हमेशा वैचारिक नेतृत्व दिया है। COVID-19 महामारी के दौर में साबित हुआ है कि मानवता को अच्छाइयों पर भरोसा करने, सद्भावना और जागरूकता की जरूरत है।
कार्यक्रम के दौरान मीनाक्षी लेखी ने साध्वी भगवती सरस्वती द्वारा लिखित पुस्तक हालीवुड टू द हिमालय (Hollywood to the Himalaya) ए जर्नी आफ हीलिंग एंड ट्रांसफॉर्मेशन (A Journey of Healing and Transformation) पर भी चर्चा की। हाल ही में प्रकाशित इस पुस्तक में साध्वी ने भारत की यात्रा, गंगा नदी से जुड़े अनुभवों और उससे जीवन में आए अप्रत्याशित बदलावों के बारे में बताया है।
साध्वी ने बताया है कि किस तरह से आस्था की ताकत ने उनके जीवन में बदलाव किया। कार्यक्रम में आध्यात्मिक गुरु स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि उन्होंने देखा है कि आस्था किस तरह से घावों को भरती है और जीवन को नुकसान से निजात दिलाती है। आस्था किस तरह से हमें एकजुट करती है और किस तरह से बांटती है।
यह हमारा निर्णय होता है कि हम आस्था का किस तरह से इस्तेमाल करते हैं। आज एक वायरस हवा में है लेकिन हमारे दिमाग और हृदय में कोई वायरस नहीं होना चाहिए। हम सब एक परिवार के सदस्य हैं और पूरी दुनिया एक परिवार है। इसमें रहने वाले सभी अपने हैं। यही भारत का विचार और संस्कृति है।