Hajipur: ‘एक स्टेशन, एक उत्पाद’ (one station, one product) के तहत स्थानीय कारीगरों, शिल्पकारों, कुम्हारों, बुनकरों एवं जन-जातियों के बेहतर जीविकोपार्जन एवं कल्याण के लिए रेलवे स्टेशनों के प्लेटफार्म पर स्थानीय उत्पादों कीे मार्केटिंग हेतु निर्धारित स्थान पर स्टाल उपलब्ध कराया जा रहा है। इसी क्रम में रेलवे बोर्ड द्वारा पायलट प्रोजेक्ट के तहत सभी क्षेत्रीय रेलों के एक अथवा दो स्टेशनों पर इसे प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया है। पूर्व मध्य रेल पर ‘एक स्टेशन, एक उत्पाद’ योजना के कार्यान्वयन के लिए पायलट प्रोजेक्ट के रूप में पटना जंक्शन का चयन किया गया है। पटना जंक्शन पर मधुबनी पेंटिंग एवं इसके उत्पाद की प्रदर्शनी सह बिक्री केंद्र 25 मार्च से 15 दिनों के लिये चलाया जाएगा।
पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी वीरेंद्र कुमार ने बताया कि आत्मनिर्भर भारत अभियान में स्थानीय हस्तशिल्प व उद्योगों को बढ़ावा देने की पहल के तहत स्थानीय उत्पादों जैसे कि खाद्य पदार्थ, हस्त शिल्प उत्पाद, कलाकृतियां, हथकरघा इत्यादि क्षेत्र विशेष के अनुसार रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर प्रदर्शनी में बिक्री किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि ह्यएक स्टेशन, एक उत्पादह्य के तहत पटना जंक्शन के प्लेटफार्म नंम्बर एक पर मधुबनी पेंटिंग एवं इससे संबंधित उत्पादों जैसे हैंड पेंटेड सिल्क एवं कॉटन की साड़ियां, दुपट्टा, फाइल फोल्डर, बैग, पर्स, मोबाइल कवर, पेन होल्डर, वाल पेंटिंग, हेंगिंग लैंप, टेबल लैंप, मास्क, कुर्ता, जैकेट, बंडी, की-रिंग होल्डर, टी ग्लास, नोट पैड बॉक्स, नोट बुक, बेड कवर सहित अन्य चीजों के प्रदर्शनी सह बिक्री हेतु एक संस्था को स्टाल लगाने के लिये स्थान उपलब्ध कराया जा रहा है, जहां आने-जाने वाले यात्रियों की पहुंच आसान हो।
विश्वप्रसिद्ध पारंपरिक कला, मधुबनी शैली की चित्रकारी मधुबनी पेंटिंग स्थानीय लोगों के साथ-साथ दुनिया भर के यात्रियों को आकर्षित कर रही है। इसके पहले भी पूर्व मध्य रेल द्वारा ट्रेनों एवं स्टेशनों पर मधुबनी पेंटिंग का प्रयोग कर इस कला को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलायी गयी है।