रांची: राज्य में कोविड के कारण अनाथ हुए बच्चों की देखभाल सरकार करेगी। कोरोना संक्रमण की वजह से अपने माता-पिता को खोने वाले बच्चों की उचित देखभाल सुनिश्चित करने की प्रक्रिया झारखंड सरकार ने शुरू कर दी है। सरकार की कोशिश है कि ऐसे बच्चे शोषण या बाल तस्करी में ना फंसे।
जिला कल्याण पदाधिकारी द्वारा निगरानी की जाने वाली चाइल्ड केयर हेल्पलाइन में ऐसे मामलों को देखने और तत्काल सहायता प्रदान करने के लिए एक समर्पित टीम गठित की गई है। प्रशासन की टीम प्रभावित बच्चों को संरक्षण प्रदान करेगी। बच्चों से संबंधित विस्तृत जानकारी एकत्र करने और आवश्यकता का आंकलन करने के बाद जिला बाल कल्याण समिति अंतिम निर्णय लेगी।
अगर अनाथ हुए बच्चों के परिवार में कोई सदस्य उनकी देखभाल करने के लिए सहमत है, तो उन्हें देखभाल करने के बदले मासिक प्रोत्साहन सहायता दी जाएगी। ऐसे मामलों में बाल कल्याण समिति के सदस्य संबंधित घर का दौरा कर सर्वेक्षण करेंगे कि बच्चा उनके साथ सुरक्षित होगा या नहीं। अगर बच्चों के लिए कोई केयरटेकर उपलब्ध नहीं है, तो ऐसे मामलों में बच्चों को सरकार की ओर से संचालित चिल्ड्रन केयर होम ले जाया जाएगा, जहां उनकी हर तरह से देखभाल सुनिश्चित की जाएगी।